दाल-सब्जी में लहसुन का तड़का स्वाद को चार चाँद लगा देता है, यह हम सभी जानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आयुर्वेद में भी कच्चे लहसुन का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना गया है? लहसुन में पाया जाने वाला एलिसिन नामक एंजाइम एंटी-इंफ्लेमेट्री और एंटीऑक्सिडेंट गुणों से भरपूर होता है। इसके साथ ही इसमें विटामिन C, A, B, मैग्नीशियम, कैल्शियम, जिंक और सेलेनियम भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। खासतौर पर यूरिक एसिड और हाई कोलेस्ट्रॉल के मरीजों के लिए लहसुन का सेवन बहुत लाभकारी है।
बैड कोलेस्ट्रॉल पर करता है वार
कच्चा लहसुन एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और एचडीएल यानी अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार लहसुन धमनियों से खराब कोलेस्ट्रॉल को निकालकर शरीर को हृदय रोगों से बचाता है। इसमें मौजूद सल्फर यौगिक रक्त संचार को बेहतर बनाकर दिल की बीमारियों का खतरा कम करते हैं।
यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है
लहसुन में विटामिन C, B6, मैंगनीज और सेलेनियम जैसे पोषक तत्व होते हैं जो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं। इसके नियमित सेवन से सर्दी-जुकाम और फ्लू होने की संभावना 63% तक कम हो जाती है, जैसा कि यूएस नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अध्ययन में बताया गया है।
शरीर को रखता है गर्म
लहसुन की तासीर गर्म होती है, जो सर्दियों में शरीर को अंदर से गर्माहट देती है। एलिसिन यौगिक रक्त प्रवाह को बढ़ाकर सेहत को बेहतर बनाता है।
कब और कैसे खाएं?
कच्चा लहसुन सुबह खाली पेट खाने से सबसे ज्यादा फायदा होता है। आप रोजाना 2 लहसुन की कलियां रात को पानी में भिगोकर सुबह सेवन कर सकते हैं। हालांकि, अगर आपको किसी प्रकार की एलर्जी है या आप कोई दवा ले रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।
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