लकवा, जिसे पैरालिसिस भी कहा जाता है, एक गंभीर स्थिति है जिसमें शरीर के किसी अंग की मांसपेशियाँ पूरी तरह से काम करना बंद कर देती हैं। यह समस्या आमतौर पर 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में देखी जाती है, लेकिन यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है। यदि समय पर उपचार नहीं किया गया, तो यह व्यक्ति को अपाहिज बना सकता है।
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लकवा के दौरान, मरीज को एक चम्मच शहद में दो लहसुन मिलाकर देना चाहिए। इससे राहत मिल सकती है।
लकवे के प्रभावित हिस्से पर कलौंजी के तेल से मालिश करना भी फायदेमंद हो सकता है।
लकवा की पहचान आमतौर पर चेहरे का टेढ़ा होना, आंखों का टेढ़ा होना, या शरीर के किसी एक हिस्से का काम करना बंद कर देना होता है।
यदि कोई व्यक्ति लकवा से पीड़ित है, तो उसे वैदनाथ फार्मेसी का व्रहतवातचिंतामणि रस लेना चाहिए। यह दवा शहद के साथ ली जानी चाहिए।
बायीं तरफ से लकवाग्रस्त व्यक्ति को वीर-योगेन्द्र रस का सेवन करना चाहिए।
स्वास्थ्य ही जीवन की खुशियों का आधार है। स्वस्थ रहने के लिए सकारात्मक सोच और तनावमुक्त रहना आवश्यक है।