अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि बिहार में हाई-स्पीड ट्रेन चलाने के लिए रोडमैप तैयार है। प्राधिकरण ने बताया कि परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है, साथ ही कहा कि इस संबंध में कई बैठकें हो चुकी हैं। हाई-स्पीड ट्रेन हावड़ा और वाराणसी के बीच चलेगी और बिहार के पांच रेलवे स्टेशनों से होकर गुजरेगी। इस बहुप्रतीक्षित परियोजना को महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इससे यात्रा के समय में काफी कमी आने की संभावना है।
सुपरफास्ट ट्रेन राजधानी पटना, बक्सर, आरा, जहानाबाद और गया समेत बिहार के कई रेलवे स्टेशनों से होकर गुजरेगी। अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन की अधिकतम गति 350 किलोमीटर प्रति घंटा होने की संभावना है, साथ ही कहा कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए एलिवेटेड ट्रैक और स्टेशन बनाए जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि पटना जिले में 60.9 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड ट्रैक बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी।
प्राधिकरण ने बताया कि वाराणसी और हावड़ा के बीच यात्रा बहुत कम समय में पूरी हो जाएगी। इस परियोजना से बिहार के निवासियों को भी लाभ होगा, क्योंकि यह परियोजना दो प्रमुख शहरों को जोड़ेगी। इस परियोजना से यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा, साथ ही इससे वित्तीय गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।
इस परियोजना की योजना वाराणसी को हावड़ा से जोड़ने की है, जो पूर्वी भारत के कई प्रमुख शहरों से होकर गुज़रेगी। इसका उद्देश्य इन प्रमुख शहरों के बीच यात्रा के समय को घटाकर सिर्फ़ दो घंटे करना है। रेलवे अधिकारियों ने गुरुवार को घोषणा की कि यात्रियों की सुविधा के लिए मुज़फ़्फ़रपुर से आनंद विहार तक कई ट्रेनों के शेड्यूल में बदलाव किया गया है।